वो जिसकी याद मे हमने
खर्च दी जिन्दगी अपनी।
वो शख्श आज मुझको
गरीब कह के चला गया ।।
न पूछो हालत मेरी रूसवाई के बाद,
मंजिल खो गयी है मेरी, जुदाई के बाद,
नजर को घेरती है हरपल घटा यादों की,
गुमनाम हो गया हूँ गम-ए-तन्हाई के बाद!!
कभी रो के मुस्कुराए, कभी मुस्कुरा के रोए,
जब भी तेरी याद आई तुझे भुला के रोए,
एक तेरा ही तो नाम था जिसे हज़ार बार लिखा,
जितना लिख के खुश हुए उस से ज़यादा मिटा के रोए.
Kabhi Ro ke muskuraye kabhi muskura ke Roye,
Jab bhi Teri yaad Aayi tujhe bhula ke Roye,
Ek tera hi to naam tha jise hazaar bar likha,
Jitna likh ke khush hue uss se jyada mita ke Roye..
Pyar me Dhokha Khaye Hue
Insaan ne Khuda Se Kaha!
YA Khuda Tu Ishq Na Karna..
Varna Khub Pachtayga
Hum to Mar k TERE Pas Aayenge..
Tu Kiske Paas Jayega..
मेरी रूह में न समाती तो भूल जाता तुम्हे,
तुम इतना पास न आती तो भूल जाता तुम्हे,
यह कहते हुए मेरा ताल्लुक नहीं तुमसे कोई,
आँखों में आंसू न आते तो भूल जाता तुम्हे|
Meri Rooh mein na samatey to bhool jaate tujhe,
Tum itna pass na aate to bhool jaate tujhe,
Ye kehte hue mera tum se koi talauq nahi,
Ankhon mein Ansoo na aate to bhool jaate tujhe.
प्यार किया बदनाम हो गए,
चर्चे हमारे सरेआम हो गए,
ज़ालिम ने दिल उस वक़्त तोडा,
जब हम उसके गुलाम हो गए|
Pyar Kiya To Badnaam HoGaye,
Charche Hamare Sar E AamHo Gaye,
Zaalim Ne Dil Bhi Usi WaqtToda,
Jab Hum Uske Pyar K GulamHo Gaye.
Maine Kaha Unse Chhod Do Ya Tod Do Mujhe,
Muskura Kar Sitam dhaya Unhone,
Chhod To Diya Hi Hai Tumko,
Toot Tum Khud-ba-Khud jaoge….!!
अपना होगा तो सता के मरहम देगा,
जालिम होगा अपना बना के जख्म देगा,
समय से पहले पकती नहीं फसल,
अरे बहुत बरबादियां अभी मौसम देगा|
Apna hoga to sata k marham dega,
Zalim hoga to apna bna k zakhm dega,
Samay se pehle pakti nahi fasal are..
boht barbadiyan abhi mousam dega.
Dard ka ehsas janna hai to pyar kar ke dekho,
Apni aankho me kisi ko utar kar dekho,
Chot unko lagegi aansu tumhe aa jayenge,
Ye ehsas janna ho to Dil haar kar dekho.
कुछ लोग कहते है की बदल गया हूँ मैं,
उनको ये नहीं पता की संभल गया हूँ मैं,
उदासी आज भी मेरे चेहरे से झलकती है,
पर
अब दर्द में भी मुस्कुराना सीख गया हूँ मैं|
Itna Ajeeb Sawal Tha Un Ka K Hum Chup Se Ho Gaye,
Yaarroo…..
Wo Bolay Hum Pe Marte Ho Na!!
To Marte Q Nahi…
जिस जिस ने मुहब्बत में,
अपने महबूब को खुदा कर दिया,
खुदा ने अपने वजूद को बचाने के लिए,
उनको जुदा कर दिया|
इस तरह मिली वो मुझे सालों के बाद,
जैसे हक़ीक़त मिली हो ख़यालों के बाद,
मैं पूछता रहा उस से ख़तायें अपनी,
वो बहुत रोई मेरे सवालों के बाद|
आग दिल में लगी जब वो खफ़ा हुए,
महसूस हुआ तब, जब वो जुदा हुए,
करके वफ़ा कुछ दे ना सके वो,
पर बहुत कुछ दे गए जब वो बेवफ़ा हुए!
Aag Dil Me Lagi Jab Wo khafa Hue,
Mehsoos hua Tab, Jab Wo Juda Hue,
Kar K Wafa Kuch De Na Sake Wo,
Per Bahut Kuch De Gaye Jab Wo Bewafa Hue.
न वो सपना देखो जो टूट जाये,
न वो हाथ थामो जो छूट जाये,
मत आने दो किसी को करीब इतना,
कि उसके दूर जाने से इंसान खुद से रूठ जाये।
Na Wo Sapna Dekho Jo Toot Jaye,
Na Wo Hath Thamo Jo Choot Jaye,
Mat Aane Do Kisiko Itna Karib Ke
Uske Dur Jane Se Insaan Khud Se Ruth Jaye.
जिंदगी देने वाले, मरता छोड़ गये,
अपनापन जताने वाले तन्हा छोड़ गये,
जब पड़ी जरूरत हमें अपने हमसफर की,
वो जो साथ चलने वाले रास्ता मोड़ गये।
Zindgi Dene Wale Marta Chod Gaye,
Apnapan Jatane Wale Tanha Chod Gaye,
Jab Padi Jarurat Hume Apne Humsafar Ki,
Wo Jo Saath Chalne Wale Apna Rasta Mod Gaye.
अपनी तो ज़िन्दगी है अजीब कहानी है,
जिस चीज़ की चाह है वो ही बेगानी है,
हँसते भी है तो दुनिया को हँसाने के लिए,
वरना दुनिया डूब जाये इन आखों में इतना पानी है।
Apni To Zindagi ki Ajeeb kahani hai.
Jis Cheez ko Chaha Wo Hi Begani hai
Haste hain Dunia ko Hasane k Liye Warna
Dunia Doob Jaye In Ankhon Main Itna Pani hai..
मैंने जिन्दगी से पूछा..
सबको इतना दर्द क्यों देती हो..??
जिन्दगी ने हंसकर जवाब दिया..
मैं तो सबको ख़ुशी ही देती हुँ..
पर एक की ख़ुशी दुसरे का दर्द बन जाती है !!
Maine zindagi se pucha
Sabko itna dard kyo deti ho.
Zindagi ne has kar jawab diya
Hum to sab ko khusi dete hai,
par ek ki khusi
Dusare ka dard ban jati hai..
जीने की ख्वाहिश में हर रोज़ मरते हैं,
वो आये न आये हम इंतज़ार करते हैं,
झूठा ही सही मेरे यार का वादा है,
हम सच मान कर ऐतबार करते हैं ।
Jeene Ki Khwaish Me Har Roz Marte Hai,
Wo Aaye Na Aaye Hum Intezaar Karte Hai,
Jutha Hi Sahi Mere Yaar Ka Vaada Hai,
Hum Sach Maankar Aitbar Karte Hai.
मुहब्बत में सच्चा यार न मिला,
दिल से चाहे हमें वो प्यार न मिला।
लूटा दिया उसके लिए सब कुछ मैने,
मुसीबत में मुझे मददग़ार न मिला।
मैंने जिन्दगी से पूछा..
सबको इतना दर्द क्यों देती हो ?
जिन्दगी ने हंसकर जवाब दिया..
मैं तो सबको ख़ुशी ही देती हु,
पर एक की ख़ुशी दुसरे का दर्द बन जाती है !!
अब ये न पूछना की..
ये अल्फ़ाज़ कहाँ सेलाता हूँ,
कुछ चुराता हूँ दर्द दूसरों के,
कुछ अपनी सुनाता हूँ|
वो साथ थे तो
एक लफ़्ज़ ना निकला
लबों से,
दूर क्या हुए
कलम ने क़हर मचा दिया..!!
Wo Sath The to
Ek lafj na nilkala
Laboo se,
Dur kya huye
Kalam ne keher macha diya..!!
मौहब्बत की मिसाल में,
बस इतना ही कहूँगा ।
बेमिसाल सज़ा है,
किसी बेगुनाह के लिए ।
Mohabbat Ki Misal Main..
Bus Itna Hi Kahun Ga,
Be-Misaal Saza Hai..
Kisi Be-Gunahon K Liye.
ये बेवफा वफा की कीमत क्या जाने !!
है बेवफा गम-ऐ मोहब्बत क्या जाने !!
जिन्हे मिलता है हर मोड पर नया हमसफर !!
वो भला प्यार की कीमत क्या जाने !!
तेरी याद में आंसुओं का समंदर बना लिया,
तन्हाई के शहर में अपना घर बना लिया,
सुना है लोग पूजते हैं पत्थर को,
इसलिए तुझसे जुदा होने के बाद दिल को पत्थर बना लिया।
Unke hontho pe mera naam jab aya hoga..
Khudko ruswayi se phir kaise bachaya hoga..
Sunke fasana auro se merii barbadi ka..
Kya unko apna sitam na yaad aya hoga.
एक बात पूछें तुमसे..
जरा दिल पर हाथ रखकर फरमायें..
जो इश्क़ हमसे शीखा था..
अब वो किससे करते हो|
Usne kaha Pyar ek dard hai..
Humne kaha dard qabul hai..
Usne kaha dard ke saath ji na paoge..
Humne kaha teri Pyar ke saath marna qabul hai.
एक पल का एहसास बनकर आते हो तुम,
दुसरे ही पल ख्वाब बनकर उड़ जाते हो तुम,
जानते हो की लगता है डर तन्हाइयों से,
फिर भी बार बार तनहा छोड़ जाते हो तुम..!!
Ek Pal Ka Ehsaas Bankar Aate Ho Tum,
Dusre Hi Pal Khwab Bankar Udd Jate Ho,
Tum Jaante ho Ki Lagta Hai Dar Tanhaiyon se,
Phir Bhi Baar Baar Tanha Chhor jate ho Tum..!!
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